अजब समस्या, शीतल मन में,
दृग से दृश्य कुछ दिखता है ।
देखना भी न चाहता, तनिक मन मेरा,
फिर क्यों अनल दहकता है।
अनल शीतल विलोम अर्थ है,
बिप्रिथार्थक है, मन मेरा ।
नहीं चाहता, कश्मा काश हो,
ये क्षण भर का जीवन मेरा ।
इस चार दिनों के जीवन में,
बहुत विफल रहा है, पथ मेरा।
कोई तो है इंतेज़ार में,तभी रुका है, पथ मेरा ।।